जब सड़क पर उतरे किसान, तब सरकार को लगा परेशान हैं अन्नदाता… खाद्य मंत्री ने कहा- अधिकारी दोषी, कार्रवाई करेंगे

रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर पूरे प्रदेश में किसानों में गहरा आक्रोश है। जगह जगह बारादाना खत्म होने की खबरें आई। फिर भी सरकार ने सुध नहीं ली। लेकिन जब करीब आधे दर्जन जिलों में किसान सड़क पर उतर कर उग्र प्रदर्शन पर मजबूर हो गए, तब जाकर सरकार को लगा कि किसान परेशान हैं। अब खाद्य मंत्री ने विभाग के सचिव को सभी जगह बारदाना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही इस स्थिति के लिए अधिकारियों को दोषी ठहराते हुए उन पर कार्रवाई की बात कही है।

मंगलवार को खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने खाद्य सचिव को उन सभी जगहों पर बारदाना आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिन जगहों से बारदाना के अभाव में धान खरीदी ठप होने की खबर आई है।

अमरजीत भगत ने कहा कि सभी धान खरीदी केंद्रों पर बारदाना की आपूर्ति कराई गई थी। लेकिन कुछ जगहों पर इसकी कमी पड़ी। यह वहां के अधिकारियों की जिम्मेदारी थी। हमने सभी जगहों पर पर्याप्त आपूर्ति कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस स्थिति के लिए जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

खाद्य सचिव ने ली समीक्षा बैठक

खाद्य मंत्री की नाराजगी आने के बाद अधिकारी भी हरकत में आए। खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने मंगलवार को ही अधिकारियों की बैठक ली और धान खरीदी और उपार्जन केन्द्रों में बारदाना की उपलब्धता की समीक्षा की। सचिव ने अधिकारियों को प्रदेश के धान खरीदी केन्द्रों में बारदाना की कमी की शिकायत और किसानों को हो रही असुविधा का निराकरण करने के निर्देश दिए है।

खाद्य सचिव ने धान खरीदी केन्द्रों में जरूरत के मुताबिक बारदाना उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने बताया कि कवर्धा जिले में 97 हजार बारदाना की पूर्ति की जा रही है। इसी प्रकार बिलासपुर जिले में 25 हजार बारदाना भेज दिए गए है। कोण्डागांव जिले में जरूरत के मुताबिक आस-पास के जिलों से बारदाना की पूर्ति हो रही है। बेमेतरा जिले में 81 हजार नया बारदाना , बिलासपुर में एक लाख 20 हजार बारदाना उपलब्ध है।