भारत कोरोना ही नहीं अफवाह नामकी महामारी से भी जूझ रहा है। जब यह बीमारी पूरी दुनिया में इनसान और इनसानियत पर कहर बन कर टूट रही है, तब भी कुछ लोग इसमें अपना स्वार्थ साधने में जुटे हैं। झूठे और भ्रामक विडियो बना कर लोगों को लॉक डाउऩ तोड़ने, सरकार के आदेश की अवहेलना करने और नियम कानून नहीं मानने के लिए भड़का रहे हैं। इन भड़काउ विडियो ने महाराष्ट्र सीएम को भी भड़का दिया है।
उद्धव ठाकरे ने गलत वीडियो फैलाने वालों को निशाना लेते हुए चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा, ”समाज के कुछ घातक वायरस भी हैं, इसलिए मैं उनको बताना चाहता हूं कि COVID-19 से तो मैं अपनी जनता को बचा लूंगा, लेकिन उसके बाद तुम्हें मुझसे कोई नहीं बचा पायेगा. इसलिए कृपया कर गलत वीडियो ना घुमाएं.”
उद्धव ठाकरे ने कोरोना पर अपनी तैयारी के बारे में बताते हुए कहा, ”हमने मुम्बई में जांच केंद्र बढ़ाया है. इसलिए मरीजों की संख्या बढ़ती हुई दिख रही है, लेकिन 51 लोग ठीक भी हुए हैं. दुर्भाग्य से कुछ लोगों की मृत्यु हुई है. पर वो बुजुर्ग थे, बीमार थे. कहने का मतलब ये कि हम सभी को अपने घर परिवार में बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखना है. उनसे विशेष दूरी बनाये. अगली सूचना तक राज्य में कोई भी धार्मिक, राजनीतिक समारोह का आयोजन की इजाजत नहीं दी जाएगी.”
उन्होंने कहा, ”महाराष्ट्र में करीब 5 लाख मजदूरों (दूसरे राज्यों के और कुछ महाराष्ट्र के भी) के रहने, खाने की व्यवस्था की जा रही है. मैं अपेक्षा करता हूं कि दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री उनके यहां महाराष्ट्र के कोई लोग फंसे हों तो उनका ख्याल रखे. महाराष्ट्र के लोगों को भी आवाहन है कि राज्य के बाहर उन्हें कोई तकलीफ है तो मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित करें.
सीएम ठाकरे ने कहा, ”हम सिर्फ कोविड-19 के इलाजों के लिए अस्पताल बढ़ा रहे हैं. मेरी विनती है कि जिसे भी कोरोना के लक्षण हो वो सिर्फ कोरोना टेस्ट होने वाले केंद्रों में ही जाएं. सामान्य अस्पतालों में नहीं.