कोरोना का खौफ: वुहान में फंसे 324 भारतीय लौटे देश, सेना के अस्पताल में रहेंगे निगरानी में, सफदरजंग अस्पताल में खास वार्ड भी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खौफ के बीच चीन के वुहान में फंसे सैकड़ों भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का डबल डेकर जंबो 747 विमान दिल्ली पहुंच चुका है। पहली खेप में 324 नागरिकों को चीन से निकाल कर लाया गया है। जहाज में डॉक्टरों की एक टीम भी साथ थी। दिल्ली के छावला में सेना के अस्पताल में इन सबों को निगरानी में रखा जाएगा। वहीं कोई कोरोना वायरस की चपेट में पाया गया तो उसके लिए सफदरजंग अस्पताल में विशेष वार्ड भी तैयार किया गया है.

423 यात्रियों की क्षमता वाले बोइंग बी-747 विशेष विमान ने शुक्रवार देर रात चीन के वुहान से उड़ान भरी थी। इस विमान में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के 5 डॉक्टरों की टीम भी मौजूद थे। भारतीयों को निकालने के लिए चीन के प्रयास की भारत ने सराहना की है।

भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कर इसकी जानकारी दी. ट्विट में कहा गया, “चीन के हुबेई प्रांत में रह रहे 324 भारतीय नागरिकों को लेकर एयर इंडिया का विमान शनिवार तड़के वुहान से उड़ान भरी। अधिकांश यात्री भारतीय छात्र थे। हम चीन सरकार को इस प्रयास के लिए धन्यवाद देते हैं।”

उधर, चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 259 हो गई है वहीं 11,791 लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को यह जानकारी दी। आयोग ने कहा, “31 जनवरी की मध्यरात्रि तक स्वास्थ्य आयोग को 31 प्रांतों से 11,791 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाए जाने की सूचना मिली है जिसमें से 1,795 लोगों की हालत गंभीर है। 17,988 से अधिक लोगों में कोरोनावायरस का संदेह पाया गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोनावायरस के 2,100 के नये मामले सामने आए हैं।”

गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए सफदरजंग में 50 बेड की व्यवस्था

इससे पहले, वुहान में फंसे भारतीयों को वापस भारत लाने के लिए शुक्रवार को दिल्ली एयरपोर्ट से एक विमान वुहान पहुंचा था। स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष सचिव संजीव कुमार ने बताया कि चीन से 366 लोग शनिवार तड़के भारत पहुंचेंगे। उन्हें एहतियातन 14 दिनों तक दिल्ली के छावला में स्थित आईटीबीपी सेंटर में रखा जाएगा। वहीं, सफदरजंग अस्पताल में भी गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए अलग से 50 बेड का इंतजाम किया गया है।

हरियाणा के मानेसर में सेना ने शिविर बनाया है

हरियाणा के मानेसर में भी चीन से लौटने वाले भारतीयों के लिए सेना ने एक शिविर बनाया है, जिसमें करीब 300 लोगों को रखा जा सकता है। सभी लोग डॉक्टरों की टीम और स्टाफ की निगरानी में रहेंगे। भारतीय सेना के मुताबिक, वुहान से लाए गए सभी भारतीय छात्रों की एयरपोर्ट पर आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज (एएफएमएस) और एयरपोर्ट हेल्थ अथॉरिटी की संयुक्त टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद उन्हें मानेसर के शिविर ले जाया जाएगा। कोरोनावायरस से संक्रमित होने पर मरीज को दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।

डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा की थी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी। हालांकि, चीन की यात्रा और किसी भी प्रकार के व्यापार पर रोक नहीं लगाई गई थी। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, भारत समेत 21 देशों में कोरोनावायरस संक्रमण के 100 मामले सामने आए हैं। इनमें चीन, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, भारत, श्रीलंका, नेपाल, थाइलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ताइवान, मकाऊ, वियतनाम, यूएई, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं।