इंदौर की घटना पर मशहूर शायर राहत इंदौरी का छलका दर्द… ‘लोग खुद पर, अपनी बिरादरी पर, अपने मुल्क पर रहम करे… नहीं तो इनसानी बिरादरी खत्म हो जाएगी’

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना जांच के दौरान डॉक्टरों की टीम पर हुए हमले की घटना ने मशहूर शायर राहत इंदौरी को गहरी चोट पहुंचाई है। वो इसे लोगों का बड़ा गुनाह मान रहे हैं। आरजू कर रहे हैं कि खुद पर, अपनी बिरादरी और मुल्क पर रहम करो, और ऐसा करना बंद करो। कोरोना आसमानी बला है। मिलकर नहीं लड़ें तो हम हार जाएंगे।

राहत इंदौरी ने अपना दर्द कुछ इन शब्दों में बयां की है-

 “कल रात 12 बजे तक मैं दोस्तों से फोन पर पूछता रहा कि वह घर किसका है, जहां डॉक्टरों पर थूका गया है, ताकि मैं उनके पैर पकड़कर माथा रगड़कर उनसे कहूं कि खुद पर, अपनी बिरादरी, अपने मुल्क व इंसानियत पर रहम खाएं। यह सियासी झगड़ा नहीं, बल्कि आसमानी कहर है, जिसका मुकाबला हम मिलकर नहीं करेंगे तो हार जाएंगे। ज्यादा अफसोस मुझे इसलिए हो रहा है कि रानीपुरा मेरा अजीज मोहल्ला है। ‘अलिफ’ से ‘ये’ तक मैंने वहीं सीखा है। उस्ताद के साथ मेरी बैठकें वहीं हुईं। मैं बुजुर्गों ही नहीं, बच्चों के आगे भी दामन फैलाकर भीख मांग रहा हूं कि दुनिया पर रहम करें। डॉक्टरों का सहयोग करें। इस आसमानी बला को फसाद का नाम न दें। इंसानी बिरादरी खत्म हो जाएगी। जिंदगी अल्लाह की दी हुई सबसे कीमती नेमत है। इस तरह कुल्लियों में, गालियों में, मवालियों की तरह इसे गुजारेंगे तो तारीख और खासकर इंदौर की तारीख जहां सिर्फ मोहब्बतों की फसलें उपजी हैं, वह तुम्हें कभी माफ नहीं करेगी।”