चीन में खतरनाक कोरोना वायरस का आतंक किस कदर फैला हुआ है, इसे आप भी जान रहे हैं। हजारों लोग मर रहे हैं। भारत अपने 640 नागरिकों को वहां से निकाल कर सुरक्षित वापस ला चुका है, लेकिन पाकिस्तान अपने नागरिकों को वहीं छोड़ दिया है। सोशल मीडिया पर वो विडियो भी खूब वायरल हुए, जिसमें चीन में फंसे पाकिस्तानी छात्र अपनी सरकार से भी भारत की तरह रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर उन्हें वहां से निकाल ले जाने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान सरकार को अपने नागरिकों की जरा भी फिक्र नहीं हुई। अब भारत ने कहा है कि अगर पाकिस्तान ऐसा कोई अनुरोध करता है तो वह उसके नागरिकों को भी चीन से बाहर लाने को तैयार हो सकता है।
दरअसल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से एक पत्रकार ने सवाल किया कि क्या भारत उन पाकिस्तानी छात्रों की मदद करेगा जो चीन में फंसे हैं और ‘मोदी ज़िंदाबाद, मोदी ज़िंदाबाद’ के नारे लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि पाकिस्तान सरकार उनकी मदद नहीं कर रही. इस पर प्रवक्ता ने जवाब दिया- ‘ऐसा कोई आग्रह हमें पाकिस्तान सरकार की ओर से नहीं मिला है. लेकिन ऐसी कोई स्थिति आती है तो उपलब्ध संसाधनों के मुताबिक हम इस पर विचार कर सकते हैं.’
दरअसल जब पाकिस्तानी छात्रों को उसकी सरकार ने मौत के मुंह में मरने के लिए छोड़ दिया तो जिंदगी बचाने के लिए पाकिस्तानी छात्रों ने मोदी जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिया। इसका भी विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। अब इस पर भारत ने रुख साफ कर दिया है। उसका कहना है कि पाकिस्तान अनुरोध करे तो वह इस पर भी विचार करने को तैयार है।
पाकिस्तान के मुताबिक उसने अपने नागरिकों को नहीं हटाने का फैसला चीन के साथ ‘एकजुटता’ जताने के लिए किया. लेकिन पाकिस्तान के लोगों में इस फैसले से नाखुश दिखे. खास तौर पर वो लोग जिनके बच्चे चीन में पढ़ रहे हैं. बता दें कि भारत का विदेश मंत्रालय पहले ही एक पड़ोसी देश मालदीव की मदद कर चुका है. मालदीव के 7 नागरिकों को वुहान, चीन से नई दिल्ली एयर इंडिया की दूसरी स्पेशल फ्लाइट से लाया गया था.