नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। सर्वे में अनुमान जारी किया गया है कि आने वाले वित्त वर्ष (2020-21) में जीडीपी ग्रोथ 6-6.5 फीसदी रह सकती है। चालू वित्त वर्ष (2019-21) में जीडीपी ग्रोथ 5% रहने का ही अनुमान है। पिछले दिनों केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने भी 5% का ही अनुमान जारी किया था।
आर्थिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि बीते साल में आर्थिक मोर्चे पर देश का क्या हाल रहा। आर्थिक सर्वे के जरिए मुख्य आर्थिक सलाहकार सरकार को सुझाव भी देते हैं, ताकि इकोनॉमी के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।
6 महीने में सर्वे तैयार किया: मुख्य आर्थिक सलाहकार
पिछले साल 5 जुलाई को बजट आया था। आर्थिक सर्वे 4 जुलाई को पेश किया गया था। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन का कहना है कि उनकी टीम ने कड़ी मेहनत कर इस बार सिर्फ 6 महीने में आर्थिक सर्वेक्षण तैयार किया।
बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को आम बजट पेश करेंगी। बजट में आर्थिक सर्वेक्षण के तथ्यों को ध्यान में रखा जाता है। लेकिन, यह जरूरी नहीं कि बजट में आर्थिक सर्वेक्षण का असर दिखे।आज से बजट सत्र भी शुरू हो गया है। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा। दूसरा चरण 2 मार्च से शुरू होकर 3 अप्रैल तक चलेगा।