शासकीय स्कूलों में किया जा रहा दूषित दूध का वितरण

दुर्ग। स्कूली बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास के लिए शासन द्वारा निशुल्क वितरण किये जा रहे सोया मिल्क में लगातार खराबी की शिकायतें मिल रही हैं। ताजा मामला दुर्ग ग्रामीण विधनासभा के ग्राम हनोदा स्थित शासकीय मिडिल स्कूल का है। यहां बच्चों की शिकायत पर दूषित दूध का नष्ट किया गया है। दरअसल बच्चों को पिलाने रखे गए दूध में से बदबू आने पर स्कूल के बच्चों ने इसकी शिकायत की। शिकायत मिलने पर प्रबंधन ने दूध के पैकिट फेकने के लिए बोला गया।
दूध फेंकने के कुछ देर पहले ही अधिकतर बच्चों ने सोया मिल्क पी लिया था । इस बीच कुछ बच्चों ने दूध में से अजीब सी दुर्गेंध आने की बात कही थी। वहीं जिस कमरे में दूध रखा था उस कमरे से तेज दुर्गंध आने पर, इस बात की शिकायत बच्चों ने शिक्षकों से की । शिक्षकों ने इसकी जानकारी ब्लाक एजुकेशन अधिकारी को दी, अधिकारी ने तत्काल दूध को नष्ट करने का निर्देश दिया।
स्कूल के बच्चों ने ही दूध के सभी 59 खराब पैकेट को फेंका । बच्चों ने बताया कि दूध से ज्यादा गंध आने पर फेंका गया वही दूध पीने पर भी स्वाद सही नही होने की शिकायत बच्चों ने की है उनका कहना है कि दुबारा ऐसे ही दुर्गंध युक्त दूध आएगा तो दूध नही पियेंगे। अधिकारी ने बताया कि अमूमन सभी जगहों से दूध खराब होने की शिकायत आ रही है जिसकी गणना कर बीज निगम के MD को भेजी गई है।