कोरोना वायरस को लेकर की जा रही तमाम अपील का कोई असर कुछ कट्टर सोच वाले लोगों पर नहीं हो रहा है। सख्त मनाही के बाद भी ये लोग मस्जिदों में जुट रहे हैं। अगर पुलिस मना करने जा रही है तो उन पर हमला किया जा रहा है।
शुक्रवार को फिर से ऐसी घटना उत्तप्रदेश के कन्नौज जिले में देखने को मिली। यहां जुमे की नमाज अता करने के लिए जुटी भीड़ को हटाने गई पुलिस पर पत्थरबाजी हुई है। इस घटना में कई पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
लॉकडाउन के बावजूद जुमे की नमाज के लिए शहर की जामा मस्जिद में नमाजियों की भीड़ जमा हो गई थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस की टीम पर नामाजियों ने हमला कर दिया। स्थिति को बिगड़ता देख जान बचाकर पुलिसकर्मी वहां से भाग निकले। इस घटना की जानकारी जब पुलिस महकमे के आला अधिकारियों को मिली तो वे भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन तबतक नमाजी मस्जिद से भाग निकले थे।
पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पर हमला करने वालों की हम पहचान कर रहे हैं और जल्द ही गिरफ्तार करेंगे। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस तरह के बर्ताव को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर में भी हुआ था पुलिस टीम पर हमला
इससे पहले बुधवार शाम को मुजफ्फरनगर में लॉकडाउन का पालन कराने पहुंची पुलिस की टीम पर भी हमला हुआ था। हमले में महिलाएं भी शामिल रही। इस संबंध में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोगों ने पुलिस दल पर उस वक्त हमला कर दिया, जब वे लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश दे रहे थे।’ इस हमले में एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल घायल हो गए थे।
वहीं, सहारनपुर के गांव जमालपुर में नमाज पढ़ने को लेकर मस्जिद के बाहर इकट्ठा भीड़ को हटाने और छह लोगों को हिरासत में लेने पर लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। भीड़ ने लाठी-डंडों से हमला कर पकड़े गए लोगों को छुड़वा लिया। इस दौरान दो सिपाही भी चोटिल हो गए। पुलिस ने पांच महिलाओं सहित 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।