गरियाबंद। गरियाबंद में 6 फर्जी नक्सली पकड़े गए हैं। गिरफ्तार युवक स्थानीय गरियाबंद के ही हैं। इन्होंने 10 से अधिक सरपंचों से 17 लाख रुपए वसूले थे और अंत में जडज़ड़ा सरपंच से 2 लाख में से 1.5 लाख फिरौती लेने के बाद 50000 की अंतिम किस्त लेते पकड़ में आए। नक्सल ऑपरेशन की टीम ने बीच जंगल में घेराबंदी कर पैसे लेते इन्हें पकड़ा। इनमें से एक नाबालिग भी शामिल हैं। पकड़े गए नक्सलियों से सघन पूछताछ जारी है। संध्या 4 बजे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी एमआर आहिरे तथा एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने पत्रकार वार्ता में कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने बताया कि इन फर्जी नक्सलियों ने पुलिस पर नकली बंदूक से फायरिंग भी की थी। असली नक्सलियों से मुठभेड़ की तैयारी में गए हुए पुलिस बल इनके साथ मुठभेड़ करने ही वाले थे कि अनुभवी दल को इनके नकली बंदूकों की आवाज समझ आ गई और फायरिंग रोक दी। एसपी एमआर आहिरे ने बताया कि फिरौती के रूप में 17 लाख रुपए ये लोग वसूल कर चुके थे। सबसे बड़ी बात यह कि इन फर्जी नक्सलियों के साथ शामिल एक आरोपी पूर्व में असली नक्सलियों का सहयोगी भी रहा है जो इलाके के बड़े-बड़े नक्सलियों को पहचानता था। इनके पास से आधा दर्जन से अधिक असली जैसे नकली हथियार बरामद हुए हैं जिनमें एक भरमार बंदूक असली निकली और दो एके-47 तथा कई एयरगन नकली निकली। ये लोग बकायदा गैंग बनाकर फर्जी नक्सली का काम करते थे। ये नकली हथियार फर्जी नक्सली ऑनलाइन मंगाया करते थे। एसपी ने बताया कि ज्यादातर युवक अपने शौक पूरा करने के लिए फर्जी नक्सली बने थे।
केवल सरपंचों से 2 लाख मांगते थे फिरौती
इन फर्जी नक्सलियों ने फिरौती वसूलने के रास्ते खोज निकाले थे। ये लोग केवल सरपंच, उपसरपंच और सचिव को ही निशाना बनाते थेे। ज्यादातर सरपंचों से 2 लाख रुपए वसूला करते थे। दिन में रेकी करने के बाद रात 12 से 3 बजे के बीच सरपंच को गांव से बाहर बुलाकर धमकाते थे। इस बीच वाकी टाकी पर कामरेड-कामरेड कहकर बात किया करते थे। गरियाबंद का एक युवक जो बड़े बाल वाला था वह मुंह ढंककर नक्सली दीदी अर्थात इनका मुखिया बनता था और बाकी सब बड़े-बड़े नकली हथियार दिखाकर डराया-धमकाया करते थे। अब तक 10 से अधिक सरपंचों से इन्होंने 1700000 रुपए वसूल भी लिए थे और जडज़ड़ा सरपंच शत्रुघ्न ध्रुव की होशियारी से ये लोग पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
महिला नक्सली होने का दिखाते थे भय
उक्त गिरोह में आरोपी बादल सिंह ने महिलाओं की तरह लंबे बाल रखा है। जब वसूली के लिए किसी गांव जाते थे, तो उसे महिला बना दे देते थे और दीदी कामरेड, दीदी कामरेड चिल्लाते थे। इससे ग्रामीणजन महिला नक्सली समझकर उनके गिरोह को असली नक्सली समझकर डर जाते थे।
गिरफ्तार आरोपी:-
1. गौतम चक्रधारी पिता जनकराम (30) ग्राम करेली थाना शोभा हाल डाकबंगला गरियाबंद
2. बादल सिंह पिता स्व. वीरा सिंह (32) ग्राम दरापारा गरियाबंद
3. रोशन निषाद पिता विजय निषाद (28) सुभाष चौक गरियाबंद
4. मुकेश कुमार भोई पिता महेन्द्र सिंह भोई (23) सुभाष चौक गरियाबंद
5. संतोष कुमार निषाद पिता स्व. रैनूराम निषाद (31) सुभाष चौक गरियाबंद
6. लेखराम निषाद पिता दयाराम (18) ग्राम मोचीडीह (चंपारण) हाल डाकबंगला गरियाबंद
गिरफ्तार आरोपियों से जब्त सामग्री
1 भरमार, 2 एयर पिस्टल (एके 47 जैसा), 1 एयर गन (एसएलआर जैसा), 1 स्माल पिस्टल (देशी कट्टा जैसा), 1 लायटर पिस्टल (रिवाल्वर जैसा), 1 गंडासा (कोयता), 1 बटनदार लाइट वाला चाकू, 2 मोटरसाइकिल (पल्सर), 2 नग वाकी-टाकी मय चार्जर के, झिल्ली में रखे सैकड़ों छर्र्रे, और हरे रंग की 2 सेट वर्दी व बेल्ट।