रायपुर। कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार दो वारंटियों को छुड़ाने के लिए भाजपा और कांग्रेस नेता एक साथ थानने पहुंच गए। आरोपी को थाने से ही छुड़ाने के लिए दोनों ने ना सिर्फ पुलिस के काम में दखल डाला, बल्कि थाने की टीआई को धमकी तक दे दी। महिला टीआई ने घटना की पूरी जानकारी आला अधिकारियों को दी और वहां से हरी झंडी मिलने के बाद कांग्रेस और भाजपा नेता दोनों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस को धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया गया है।
हालांकि दोनों नेताओं ने भी टीआई पर अभद्रता और धमकी देने का आरोप लगाया है, इसलिए आला अधिकारी दूसरे टीआई से पूरेमामले की जांच कराने का आदेश भी दे दिए हैं।
मामला डीडीनगर थाना का है। दरअसल, चंगोराभाठा के जगदीश अग्रवाल और रितेश ठाकुर के खिलाफ चेक बाउंस होने का एक मामला था। कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पुलिस ने कोर्ट के आदेश की तामिल करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अब इस केस में एंट्री होती है कांग्रेस नेता कुणाल शुक्ला और भाजपा नेता श्रीवास राव की। कुणाल शुक्ला वर्तमान में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कबीर शोध पीठ के अध्यक्ष हैं। गौरीशंकर श्रीवास फिलहाल भाजपा के प्रवक्ता हैं।
दोनों नेता डीडीनगर थाने पहुंच कर गिरफ्तार आरोपी को छोड़ने की मांग शुरू कर देते हैं। पुलिस मना करती है तो पद और पहुंच की धमकी दी जाती है। थाने की टीआई मंजूलता राठौर के साथ उनका विवाद शुरू होता है। टीआई पूरी घटना की जानकारी आला अधिकारी को देती हैं। मामला सत्ता पक्ष के नेता के साथ साथ विपक्ष के नेता से भी जुड़ा है, लिहाजा तीन दिनों तक कोई फैसला नहीं हो पाता है। उसके बाद हरी झंडी मिलती है और फिर दोनों आरोपी नेताओं ने पर धमकी देने, सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज हो जाता है।
टीआई पर भी आरोप
इस मामले में डीडीनगर थाने की टीआई मंजूलता राठौर पर भी आरोप लगा है। दोनों नेताओं का कहना है कि वो गिरफ्तारी के बारे में पूछताछ करने थाने पहुंचे थे, लेकिन टीआई ने धमकाते हुए थाने से बाहर करने और दोनों पर केस दर्ज करने की धमकी देने लगी। इस आरोप का भी विभाग ने संज्ञान लिया है। टीआई पर लगे आरोप की दूसरे टीआई से जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।