रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का देसी अंदाज पूरे देश के मुख्यमंत्री से अलग बनाता है। 19 सालों की राजनीति में अब तक कोई ऐसा मुख्यमंत्री नहीं हुआ जो उनके जैसे देसी और जमीन से जुड़े अंदाज में लोगों के बीच दिखाई पड़े हों। फिर चाहे मौका जो भी रहा हो। उनका यही अंदाज मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोर रहा है।
सोमवार को भी उनका यह अंदाज बखूबी दिखाई दिया। सोमवार को प्रदेश में गोवर्धन और अन्नकूट पूजा पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया गया। इसी के साथ मुख्यमंत्री के अलग अलग देसी रंग भी सामने आए।
सबसे पहले देखिए, कुश की चाबुक से कोड़े खाते मुख्यमंत्री को। दरअसल, यह तस्वीर दुर्ग के जंजगिरी गांव की है। सुबह सुबह मुख्यमंत्री गांव में गोवर्धन पूजा करने पहुंचे. परंपरागत रुप से पूजा तो की ही, परंपरा भी निभाई। गांव में मान्यता है कि इस दिन कुश की बनी चाबुक का वार हाथ पर खाने से सारे विघ्न बाधाएं दूर होती है. मुख्यमंत्री ने अपने हाथ आगे कर दिए और ग्रामीण से कोड़े बरसवा लिए।
अब देखिए, उनके कुछ और निराले अंदाज को। पहली बार सीएम आवास में गोवर्धन पूजा हुई। परंपरा के अनुसार गोशाला तैयार हुई, दीवार को गोबर से लीप कर चित्रकारी की गई. मुख्यमंत्री ने परंपरागत परिधान में परिवार समेत गाय माता की पूजा की और उसे खिचड़ी खिलाई.
फिर प्रदेशभर से आए राउत समाज के लोगों के बीच उन्हीं के परिधान में घुल मिल से गए. मौका मिला तो लाठी थाम लाठी चलाने की परंपरा भी सधे कलाबाज की तरह दिखा दी। ग