ऐसे तो लड़ लिए कोरोना से…ब्रिटेन से लौटा छात्र था रसूखदार मंत्री का करीबी सो नहीं गया आइसोलेशन केंद्र… शहर भर में घुमता पार्टी करता रहा.. अब कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई है

लाख समझा लीजिए, लेकिन भारत में रसूखदार होने का रौब छूटता नहीं। फिर भले सामने कोरोना जैसा काल क्यों ना खड़ा हो। ऐसे लोग अपनी जान से तो खेलते ही हैं, आसपास के सैकड़ों लोगों की जान भी दांव पर लगा देते हैं। ताजा वाकया छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर का है।

कोरबा में हाल में ही एक छात्र के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आई है। लेकिन उसके बारे में अब जो खुलासे हो रहे हैं, वो बेहद चौंकाने वाले हैं। खुलासे ये कि विदेश से लौटने के बाद भी इस छात्र और उसके परिवार वालोंने आइसोलेशन गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा दीं। परिवार का ताल्लुक प्रदेश के रसूखदार मंत्री से है। इस दम पर वो आइसोलेशन केंद्र नहीं गया। पूरे शहर में घुमते रहा। पार्टी की, ऑफिस गया। जब कोरोने के लक्षण दिखे तो जांच कराया। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब इस स्वास्थ विभाग के हाथ पांव फूले हुए हैं।

खबर है कि युवक अस्पताल पहुंचने से पहले 80 से 100 लोगों के संपर्क में आया था। हो सकता है ये आंकड़ा और भी ज्यादा है। लेकिन,  इस पूरे प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही भी सामने आयी है। सबसे बड़ी लापरवाही तो यही कि स्वास्थ्य विभाग ने सेंट्रल गाइडलाइऩ का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर विदेश से लौटे इस स्टूडेंट खुलेआम शहर में पार्टी और घूमने की इजाजत कैसे दे दी।  इस मामले में पुलिस ने एक FIR भी दर्ज किया है।

एफआईआर में इस बात का जिक्र है कि विदेश से लौटे इस युवक ने ना तो आइसोलेशन नियमों का पालन किया और जिला प्रशासन को भी अंधेरे में भी रखा। इधर युवक का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें युवक इधर-उधर घूमते और आफिस में मीटिंग करते हुए नजर आ रहा है।

घर वाले भी स्वीकार कर रहे हैं कि कोरोना के बाद भी वह आफिस आया था। युवक का मोबाइल लोकेशन भी इसकी चुगली कर रहा है। आफिस का मोबाइल लोकेशन मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आफिस पहुंचे तो युवक के पिता ने बताया कि कुछ देर के लिए वह आफिस आया था, लेकिन हमलोगों ने उसे डांट कर भगा दिया।

स्वास्थ्य विभाग की इस नरमदिली की एक बड़ी वजह ये सामने आ रही है कि ये परिवार प्रदेश के एक मंत्री का करीबी है, लिहाजा रसूख की वजह से नियम कानून को ताक पर यहां विभाग ने रख दिया। खबर तो ये भी है कि इसने अलग-अलग दोस्तों के साथ अलग-अलग जगहों पर तीन पार्टियां भी की थी, हालांकि पार्टियों के सबूत तो अभी सामने नहीं आये हैं, लेकिन आफिस में मीटिंग करते और फिर बाहर जाने के CCTV फुटेज पुलिस के हाथ जरूर लगे हैं। हालांकि इस पूरे प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही भी सामने आ रही है।